कैसा हो समाज का प्रकृति एजेन्डा ? – धरती और वन…..

समाज को वनों और उनकी जैवविविधत्ता की चिन्ता करनी चाहिए। उसके बिना समाज का प्रकृति एजेन्डा अधूरा है। भारतीय संस्कृति में मानव, पशु-पक्षी, कीट-पतंग, जल जीय, पेड़-पौधे लताएँ, नदी तालाब … Read More

गिद्धों के विलुप्त होने से 5 लाख लोगों की मौत कैसे हुई ?

एक वक़्त ऐसा था जब भारत में बड़ी संख्या में गिद्ध पाए जाते मवेशियों के शवों की तलाश में गिद्ध विशाल लैंडफिल पर मंडराते. कभी-कभी वे हवाईअड्डे से उड़ान भरने … Read More

वन विभाग के कामकाज पर सवाल, 24 जिलों में अधिकारी की जवाबदेही तय होगी ?

गणेश पाण्डेय, भोपाल। भारतीय वन संरक्षण संस्थान देहरादून की रिपोर्ट आने के बाद एपीसीसीएफ प्रोटेक्शन मनोज अग्रवाल एक्शन मोड में आ गए हैं। अग्रवाल ने 25 डीएफओ को नोटिस जारी … Read More

The Legal Intervention Sought from the NGT to prevent habitat fragmentation within the Eco-Sensitive Zone (ESZ) of Pench Tiger Reserve MP, in privately owned land

INTRODUCTION: This article examines the circumstances that prompted the author to seek legal intervention from the Hon’ble National Green Tribunal (NGT) following the exhaustion of official channels and the subsequent … Read More